अपने आसपास के छोटे छोटे काम पैदल या साइकिल से करें...
शाम हो चली है। पृथ्वी दिवस का यह संध्या काल है।पर्यावरण संरक्षण और पोषण का यह संकल्प दिन है। मुझे नहीं लगता विश्व में तेज़ी से हो रहे पर्यावरण पतिवर्तन के प्रति हम सजग और सचेत हुए हैं। कहीं कोई संचेतना सजगता और संकल्पना मुझे नज़र नहीं आती। पूरा विश्व तेज़ी से प्रदूषित होता जा रहा है ,हम में से कोई भी आज जागरूक नहीं है । अमेरिकी सिनेटर गेलार्ड नेल्सन ने भयानक तेल रिसाव से व्यथित होकर 'वर्ल्ड अर्थ डे ' की जब संकल्पना की थी तो यह एक जागरूकता का अभियान था जो लोगो में यह संकल्प भाव जगाने के लिए था कि हम सब मिलकर पृथ्वी से प्राप्त प्रकृति , प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण का संरक्षण मानव हित और जीव हित के लिए हरसंभव करेंगें।
मुझे दुःख होता है जो कार्य हमारे अपने लिए है ,हमारे जीवन के लिए है उसके प्रति हम में संचेतना और संकल्पना नहीं है। पूरा दिन बीत रहा है कहीं से कुछ यह हलचल नहीं दिख रही कि लोग और खासकर हमारे युवा कहीं पेड़ लगाने में व्यस्त हों , स्वच्छ जल के लिए प्रयास कर रहे हों या पर्यावरण के लिए आज पैदल अथवा साइकिल से चल रहे हों।
स्वच्छता का अभियान तो जारी है लेकिन स्वच्छता बनी रहने का स्थायी साधन हम नहीं कर पा रहे हैं। आज ही मैंने देखा एक हराभरा पेड़ मुख्य मार्ग पर ही निर्ममता से काटा जा रहा था । लोगो में यह भाव ही नहीं है कि इस पेड़ से हमें बिना खर्च किया बहुमूल्य आक्सीजन मिल रहा है, और यह बारिश का आधार भी बना रहा है। लेकिन काटने वाला बेरहमी से चोट कर रहा था शायद उसे इस हरेभरे पेड़ से ऊर्जा नहीं ईंधन चाहिए था ताकि शाम का भोजन वह पेड़ की चिता से पका सके। जब हमारी सोच क्षीण और तात्कालिक होगी तो हम कैसे पर्यावरण को संरक्षित कर सकेंगें और पृथ्वी का घटता वैभव अपने लिए बचा सकेंगें ।
विचार कीजिये पृथ्वी दिवस पर हम क्यों नहीं एक पेड़ लगाने का संकल्प लेते हैं। लुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण के प्रति क्यों नहीं सजग होते हैं और पर्यावरण को दूषित होने से रोकने का प्रयास क्यों नहीं करते हैं?
मेरा समस्त लोगों से विशेष तौर पर युवा वर्ग से जिन्हें इस विश्व के साथ लंबा सफ़र तय करना है उनसे कहना हैै वे संकल्पित होकर इस महत्वपूर्ण दिवस पर अपने दफ्तर तेल रहित वाहन से जाने का दृढ़ प्रयास करें , अपने आसपास के वातावरण को साफ़ और स्वच्छ रखें। इसके साथ ही यह तय करें कि अपने आसपास के काम जैसे सब्ज़ी लाना, दूध लाना, दवाई लाना, किराने का सामान लाना इसके लिए हम हमेशा ही कार , बाइक आदि का प्रयोग नहीं करते हुए पैदल अथवा साइकिल से जाया करें । विश्व पृथ्वी दिवस पर यदि हम यह संकल्प करते हैं तो पर्यावरण में आ रहे बदलाव को रोकने में कामयाब हो सकेंगें। यह पर्यावरण और हमारी सेहत के लिए भी अच्छा होगा।