आज अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर देश एवं विश्व के सभी युवाओं को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ। किसी भी देश का भविष्य, उसका विकास, सांस्कृतिक एवं चारित्रिक उत्थान वहाँ के युवाओं पर निर्भर होता है। जहाँ तक हमारे देश का प्रश्न है पूरे विश्व में भारत को युवाओं का देश कहा जाता है, जहाँ 35 वर्ष की आयु तक के 65 करोड़ युवा हैं।अर्थात हमारे देश में अथाह श्रमशक्ति उपलब्ध है।आवश्यकता है आज हमारे देश की युवा शक्ति को उचित मार्ग दर्शन देकर उन्हें देश की उन्नति में भागीदार बनाने की, उनमे अच्छे संस्कार, उचित शिक्षा एवं प्रोद्यौगिक विशेषज्ञ बनाने की, उन्हें बुरी आदतों जैसे नशा, जुआ, हिंसा, इत्यादि दुर्गुणों से बचाने की।
क्योंकि चरित्र निर्माण ही देश की,समाज की, उन्नति के लिए परम आवश्यक है। दुश्चरित्र युवा न तो अपना भला कर सकता है, न समाज का और न ही अपने देश का। देश के निर्माण के लिए, देश की उन्नति के लिए, देश को विश्व के विकसित राष्ट्रों की पंक्ति में खड़ा करने के लिए युवा वर्ग को ही मेधावी, श्रमशील, देश भक्त और समाज सेवा की भावना से ओत प्रोत होना होगा।
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