Saturday, 25 March 2017

पेड़ की छाँव में ग्लैमरस महाराज की धुनी

सब जानते है प.पू. डॉ. भय्यूजी महाराज आध्यात्मिक दुनिया के ग्लैमरस महाराज हैं उनके आसपास का वलय वीआइपी और नामचीन लोगो का रहता है वे खुद भी रहन-सहन और लाबोलिबास से मॉडल संत हैं ।इन सबके बावजूद आज उन्होंने अपने सूर्योदय आश्रम से नई पहल नई शुरुआत की। वे आश्रम के मुख्यद्वार पर स्थित औदुम्बर के वृक्ष के नीचे पंचगव्य से लिपे चबूतरे पर बेहद संजीदा होकर बैठ गए उन्होंने वहीँ लोगो को मार्गदर्शन देना शरू कर दिया। यह बहुत ही अदभुत दृश्य था । इसलिए भी की स्वयं भय्यू जी महाराज को सब ग्लेमर्स के अदभुत महाराज की तरह जानते हैं जो अपने शौक और रहन-सहन में सबसे आगे और गाँव-गाँव की धूल फांक कर सोशल काम करने में सबसे आगे हैं।

यह इसलिए भी मौज़ है कि भय्यू जी महाराज कभी फैशन की दुनिया में मॉडल रहे हैं और आज भी कद काठी और दिखावे में किसी सितारे से कम नहीं है।
औदुम्बर में भय्यूजी महाराज के इष्ट देव भगवान् दत्तात्रय बसते हैं उनकी आराधना स्थल का इससे अच्छा कोई  स्थान नहीं हो सकता और जो लोग भय्यू जी महाराज के आराधक हैं उनके लिए भी इस स्थान से बेहतर और दिव्य कोई और स्थान नहीं हो सकता। 
आज़ दर्शन और मार्गदर्शन के लिए औदुम्बर का चबूतरा गुरुगादी की तरह स्थापित हो गया और स्थान की अलौकिकता अपने आप में बढ़ गयी। 
आज ही बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज़ हुसैन भी उनसे मिले । 

गर्मी के इस तपते मौसम में कोई ऐसा संत किसी पेड़ के नीचे अपनी धुनी रमा ले जो किसी ग्लैमर से कम नहीं हो तो मैं मानता हूँ इसे एस्प दिव्यता , अलौकिकता ,आराधना या उपासना चाहे जो कहे यह प्रण और संकल्पशीलता का बिरला उदहारण है जो आज किसी और संत अथवा गुरु में देखने को नहीं मिलता । प.पू.डॉ. भय्यूजी महाराज ने बहुत से मिथक तोड़े हैं उनमे से यह एक गुरुगादी का अभिनव उदाहरण उनके लिए भी है जो कभी अपने पंचसितारा अहमियत और चोले से नीचे नहीं उतरते।
सुरेन्द्र बंसल

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