देश में 6.7 करोड़ से ज्यादा लोग आज मधुमेह बीमारी की चपेट में हैं और लगभग 10.7 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज की स्थिति में हैं। यदि इसी तरह देश में मधुमेह के मरीज़ों की संख्या बढ़ती रही तो वर्ष 2030 तक भारत पुरे विश्व में सबसे अधिक डायबिटीज के मरीज़ों के संख्या वाला देश बन जाएगा। गलत खान-पान एवं लाइफस्टाइल, शारीरिक परिश्रम की कमी एवं तनाव हमारे शरीर में मधुमेह के खतरे को सबसे अधिक बढ़ता है। मधुमेह स्वयं अपने आप में एक खतरनाक बीमारी है और अपने साथ यह कई अन्य बिमारियों को जन्म देता है। यदि हमें देश में मधुमेह के बढ़ते भयावकता को खत्म करना है तो हम सभी को अपने रहन-सहन, खान-पान की आदतों में बदलाव लाना होगा, शारीरिक श्रम करनी होगी एवं तनाव से दूर रहना होगा। आइये हम सब आज विश्व मधुमेह दिवस पर अपनी दिनचर्या, रहन-सहन को बदलने का संकल्प लें और एक स्वस्थ जीवन की ओर अपना कदम बढ़ाएं।
Friday, 14 November 2014
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world Diabetes day
देश में 6.7 करोड़ से ज्यादा लोग आज मधुमेह बीमारी की चपेट में हैं और लगभग 10.7 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज की स्थिति में हैं। यदि इसी तरह देश में मधुमेह के मरीज़ों की संख्या बढ़ती रही तो वर्ष 2030 तक भारत पुरे विश्व में सबसे अधिक डायबिटीज के मरीज़ों के संख्या वाला देश बन जाएगा। गलत खान-पान एवं लाइफस्टाइल, शारीरिक परिश्रम की कमी एवं तनाव हमारे शरीर में मधुमेह के खतरे को सबसे अधिक बढ़ता है। मधुमेह स्वयं अपने आप में एक खतरनाक बीमारी है और अपने साथ यह कई अन्य बिमारियों को जन्म देता है। यदि हमें देश में मधुमेह के बढ़ते भयावकता को खत्म करना है तो हम सभी को अपने रहन-सहन, खान-पान की आदतों में बदलाव लाना होगा, शारीरिक श्रम करनी होगी एवं तनाव से दूर रहना होगा। आइये हम सब आज विश्व मधुमेह दिवस पर अपनी दिनचर्या, रहन-सहन को बदलने का संकल्प लें और एक स्वस्थ जीवन की ओर अपना कदम बढ़ाएं।
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