आज हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। हमारे इंडियन स्पेस रिसर्च आॅर्गनाइजेशन के वैज्ञानिकों अपने पहले प्रयास में मंगलयान को मंगल ग्रह की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर भारत को वो गौरव दिलाया है, जिसे आजतक किसी और देश को हासिल नहीं हुआ। विश्व का सबसे विकसित देश अमेरिका तक की पहली 6 कोशिशें नाकाम रही हैं। इस तरह यान को मंगल ग्रह की कक्षा में स्थापित करने वाला भारत विश्व का चौथा एवं एशिया का पहला देश बन गया है। इस मंगलयान की मदद से इसरो के वैज्ञानिक मंगल के वातावरण का अध्ययन कर सकेंगे। भविष्य में मंगल ग्रह पर भेजे जाने वाले मानव मिशन के लिए यह बेहद जरूरी है। उम्मीद है आने वाले वर्षों में हमारे देश के वैज्ञानिक भारत को स्पेस तकनिकी के चरमोत्कर्ष तक पहुँचाने में सफल होंगे।
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