एक 25 वर्ष का लड़का ट्रेन में सफ़र करते समय खिड़की से बाहर के नज़ारे को देख
रहा था|वह अचानक चिल्लाया – “पापा, वो देखो पेड़ पीछे जा रहे है!”पिताजी
मुस्कराए | पास में बैठा एक व्यक्ति, लड़के के इस बचपने व्यवहार को देखकर
हैरान था और उसे लड़के पर दया आ रही थी|थोड़ी देर बाद लड़का फिर ख़ुशी से
चिल्लाया – “देखो पापा, बादल हमारे साथ चल रहे है!”अब पास में बैठे व्यक्ति
से रहा नहीं गया और उसने कहा – “आप अपने बेटे को किसी अच्छे डॉक्टर को
क्यों नहीं दिखाते?”लड़के के पिता ने कहा – “हम अभी अस्पताल से ही आ रहे है|
दरअसल मेरा बेटा जन्म से ही अँधा था और आज ही उसको आँखे मिली है| आज वह
पहली बार इस संसार को देख रहा है|”इस मार्मिक प्रसंग को पढ़ कर आपके मन में
भी विचारों का सृजन हुआ होगा। मित्रों, हर व्यक्ति की अपनी एक कहानी होती
है | सम्पूर्ण सच को जाने बिना किसी के भी व्यवहार के बारे में निर्णय नहीं
करना चाहिए | हो सकता है कि जो दिख रहा है वह सम्पूर्ण सच न हो
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